चित्रकूट के बालापुर खालसा गांव में आयोजित PDA जन चौपाल में विपक्षी नेताओं ने प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष और प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अनुज सिंह यादव ने सरकार पर किसानों के साथ अन्याय करने और प्रशासनिक विफलताओं का आरोप लगाया।
किसानों, शिक्षा और कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
अनुज सिंह यादव ने कहा कि किसानों को समय पर खाद नहीं मिल रही और फसलों का उचित मूल्य भी नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह चरमराई हुई बताया और कानून-व्यवस्था को अस्तित्वहीन करार दिया। उनका आरोप था कि दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्गों पर अत्याचार बढ़ गए हैं।
उन्होंने यह भी दावा किया कि थानों में जाति के आधार पर न्याय दिया जा रहा है और अस्पतालों में जाति पूछकर इलाज किया जाता है। यह प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है।
दलित और पिछड़े वर्ग के नेताओं पर भी निशाना
बाबा साहब वाहिनी के राष्ट्रीय सचिव मान सिंह पटेल ने बीजेपी में शामिल दलित और पिछड़े वर्ग के नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि ये नेता आरक्षण और रोजगार के मुद्दों पर कुछ नहीं बोलते और केवल अपने स्वार्थ की राजनीति कर रहे हैं। पटेल ने चेतावनी दी कि PDA समाज आने वाले चुनाव में ऐसे नेताओं को सत्ता से बाहर कर देगा।
बेरोजगारी और पुलिस प्रशासन पर आरोप
चौपाल में बेरोजगारी का मुद्दा भी उठाया गया। विपक्षी नेताओं ने कहा कि हर गांव में दर्जनों शिक्षित युवा बेरोजगार बैठे हैं, लेकिन सरकार रोजगार देने में असफल रही है। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर भी हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश की पुलिस संविधान के बजाय भाजपा कार्यालय से मिले आदेशों के अनुसार काम कर रही है।
कुंभ आयोजन पर सरकार के दावों को बताया झूठा
छात्र सभा के जिला अध्यक्ष रोहित यादव ने सरकार पर झूठे दावे करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुंभ में 100 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की बात कही थी, लेकिन जब आंकड़े सामने आए तो वह अपनी ही बात से पलट गए। उन्होंने दावा किया कि सरकार न तो श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रख रही है और न ही उनके खाने-पीने की व्यवस्था कर रही है।
विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार सिर्फ अखबारों और मीडिया में करोड़ों रुपये के विज्ञापन देने में व्यस्त है, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और है।
चौपाल में मौजूद प्रमुख लोग
इस अवसर पर रामसिया वर्मा, मैयादिन कोरी, इंद्रजीत सिंह, जानकी शरण सिंह, शिवमोहन सिंह, गया सैनी, चिप्पू वर्मा, कालूराम सिंह, बुधन सिंह, आशीष सिंह, राजकुमार राम, सुचित सैनी, कृष्ण चंद्र सिंह, गुंजन राम वर्मा, मथुरा सिंह, शंभू शरण सिंह, राजेश सिंह, मेवालाल सैनी, देवेंद्र सिंह, चंद्रिका प्रसाद सिंह, अवधेश सिंह, राममिलन राम, निरंजन सिंह, खुदा बख्श, शालिग्राम कोरी सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।
चौपाल में नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर सरकार की नीतियों की आलोचना की और आने वाले चुनावों में बदलाव की जरूरत पर बल दिया।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com