झांसी : कर्ज और फसल की बर्बादी से परेशान होकर एक किसान ने झांसी में आत्महत्या कर ली। मृतक के परिजनों का कहना है कि उस पर 4 लाख रुपए का कर्ज था और दो बार फसल खराब होने से वह गहरे सदमे में था।
खेत में लगाई फांसी
चिरगांव के संत बेहटा गांव निवासी पूरनलाल (40) ने अपने खेत में जाकर झोपड़ी में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पत्नी को चारा लेने भेजा, फिर उठाया खौफनाक कदम
मृतक के साले सीताराम ने बताया कि पूरनलाल पर करीब 3 लाख रुपए का केसीसी और डेढ़ लाख रुपए लोगों का कर्ज था। लगातार दो बार फसल खराब होने से वह परेशान थे। रविवार को वह अपनी पत्नी रामसिया के साथ खेत पर गए थे। वहां पर पत्नी को चारा लेने के लिए भेज दिया, जिसके बाद उन्होंने झोपड़ी में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
पत्नी ने देखा खौफनाक मंजर
सीताराम ने बताया कि जब उनकी बहन चारा लेकर वापस आई, तो उसने अपने पति को फंदे पर लटका हुआ देखा। यह देखकर वह रोने लगी, जिसके बाद आसपास के लोग एकत्र हो गए और पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। पूरनलाल की मौत के बाद उनके घर में मातम का माहौल है। उनके एक बेटी की शादी हो चुकी है, जबकि 10 साल का बेटा पढ़ाई करता है।
कर्ज और फसल बर्बादी की मार
यह घटना किसानों की समस्याओं को एक बार फिर सामने लाती है। कर्ज और फसल की बर्बादी से परेशान होकर किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com