दतिया। शहर में नगर पालिका द्वारा लगाए गए पेयजल सप्लाई वाल्वों की स्थिति बेहद खराब है। हर गली-मोहल्ले में सप्लाई के दौरान पानी का लीकेज देखा जा सकता है। कहीं वाल्व से बूंद-बूंद पानी टपकता रहता है, तो कहीं तेज़ दबाव के कारण यह फव्वारे की तरह बहने लगता है। ऐसा ही नजारा बिहारी जी मार्ग पर भार्गव भवन के सामने देखने को मिला, जहां पानी की सप्लाई शुरू होते ही वाल्व से तेज़ धार में पानी बहने लगा।
हर सप्लाई के दौरान होता है लीकेज
स्थानीय निवासियों का कहना है कि हर दूसरे दिन जब भी पानी की सप्लाई छोड़ी जाती है, तो यही दृश्य सामने आता है। इस लीकेज के कारण न सिर्फ हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है, बल्कि सड़क पर कीचड़ और जलभराव की समस्या भी पैदा हो रही है। इससे लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है।
पूरे शहर में यही हाल
नगर पालिका ने शहरभर में जगह-जगह पेयजल सप्लाई के लिए वाल्व लगाए हैं, लेकिन इनमें से ज्यादातर खराब हो चुके हैं। कुछ जगहों पर वाल्व से लगातार पानी रिसता रहता है, जिससे सड़कों पर गड्ढे बन जाते हैं, तो कुछ जगहों पर लीकेज के कारण सड़कें गीली और फिसलन भरी हो जाती हैं। बारिश के दिनों में यह समस्या और गंभीर हो जाती है।
प्रशासन की अनदेखी से जनता परेशान
स्थानीय लोगों ने कई बार नगर पालिका प्रशासन से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। नगर पालिका के अधिकारी हर बार आश्वासन देकर मामले को टाल देते हैं, लेकिन न तो वाल्व बदले जाते हैं और न ही लीकेज रोकने के लिए कोई उपाय किया जाता है। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं।
पानी बचाने की जरूरत, लेकिन लापरवाही जारी
सरकार और प्रशासन जहां एक ओर पानी बचाने की अपील करता है, वहीं दूसरी ओर हजारों लीटर पानी इसी तरह बर्बाद हो रहा है। अगर नगर पालिका समय रहते इन लीकेज वाले वाल्वों को दुरुस्त नहीं करती, तो आने वाले समय में शहर में जल संकट भी गहरा सकता है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन कब इस समस्या पर ध्यान देता है और इसे सुधारने के लिए क्या कदम उठाता है।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com