जालौन। माधौगढ़ तहसील के जगम्मनपुर गांव में जल संकट गंभीर होता जा रहा है। स्टेट हाईवे के निर्माण के दौरान लोक निर्माण विभाग की लापरवाही के चलते अंबेडकर मोहल्ले की 200 मीटर लंबी जल आपूर्ति पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई। इससे लगभग 300 दलित परिवार पानी के लिए संघर्ष करने को मजबूर हो गए हैं।
जारों की प्यास बुझाने के लिए सिर्फ एक हैंडपंप
मोहल्ले में कुल तीन हैंडपंप थे, लेकिन इनमें से दो पहले से ही खराब पड़े हैं। अब पूरी बस्ती की जल आपूर्ति का बोझ एकमात्र बचे हुए हैंडपंप पर आ गया है। हालत यह है कि इस हैंडपंप से पानी लेने के लिए लोगों को 40-50 मिनट तक लाइन में लगना पड़ता है। दिन भर पानी भरने की मशक्कत में लोग अपने रोजमर्रा के कामों से भी वंचित हो रहे हैं।
रोजगार और घर की व्यवस्था पर असर
स्थानीय निवासी जसवंत दोहरे बताते हैं कि इस मोहल्ले के ज्यादातर लोग दिहाड़ी मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालते हैं। लेकिन जब दिन का बड़ा हिस्सा पानी के लिए लाइन में खड़े होने में ही निकल जाता है, तो वे मजदूरी के लिए समय नहीं निकाल पाते। इससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
प्रशासनिक दावों के बीच समाधान अधर में
इस संकट को लेकर जल संस्थान के सहायक अभियंता श्यामबहादुर का कहना है कि समस्या का समाधान निकालने की प्रक्रिया जारी है। नई पाइपलाइन मौके पर पहुंच चुकी है, लेकिन इसे बिछाने के लिए लोक निर्माण विभाग से सड़क की सीमा चिह्नित करने को कहा गया है। विभाग के मेट अवधेश मिश्रा ने भी जल्द से जल्द सीमा चिह्नित करने का आश्वासन दिया है।
फिलहाल कब तक मिलेगा पानी, अनिश्चितता बरकरार
हालांकि प्रशासन ने पाइपलाइन बदलने का भरोसा दिलाया है, लेकिन जब तक यह काम पूरा नहीं होता, तब तक 300 परिवारों की प्यास बुझाने के लिए एकमात्र हैंडपंप ही सहारा बना रहेगा। लोग लगातार प्रशासन से इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी परेशानी का मना न करना पड़े।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com