ड्राइवर बोला – नौकरी दिलाने के नाम पर लिए पैसे, न नौकरी मिली न रकम वापस
निवाड़ी। जिले में अनुकंपा नियुक्ति के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है। पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) उन्मेष श्रीवास्तव पर उनके ही पूर्व ड्राइवर अमर सिंह कुशवाहा ने 5.70 लाख रुपए रिश्वत लेने का गंभीर आरोप लगाया है। अमर सिंह ने मामले की शिकायत जनसुनवाई में कलेक्टर से की है और न्याय की गुहार लगाई है।
न नौकरी मिली, न पैसे लौटाए
अमर सिंह कुशवाहा के मुताबिक, उन्होंने अपने परिचित दीपक वंशकार, अनिल कुशवाहा, राजेंद्र कुशवाहा, कमलेश कुशवाहा और शंकर कुशवाहा की अनुकंपा नियुक्ति के लिए प्रति व्यक्ति 5.70 लाख रुपए पूर्व डीईओ को दिए थे। लेकिन जब महीनों बीत जाने के बाद भी किसी को नौकरी नहीं मिली, तो उन्होंने पैसे वापस मांगे। इस पर पूर्व डीईओ ने उन्हें नौकरी से ही निकाल दिया।
"इतने पैसे देने के बाद भी हमें न नौकरी मिली और न ही हमारी रकम पूरी तरह लौटाई गई। सिर्फ 13 हजार रुपए दो किस्तों में वापस किए गए, बाकी रकम हड़प ली गई," – अमर सिंह कुशवाहा।
डीईओ ने आरोपों को बताया झूठा
मामले में पूर्व डीईओ उन्मेष श्रीवास्तव ने सफाई देते हुए कहा कि उनके खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराई गई है और कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर उन्हें फंसाने की साजिश रची जा रही है।
सोशल मीडिया पर बवाल, रिश्वत की रसीद जारी करने का दावा
घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी विरोध तेज हो गया है। एक फेसबुक पोस्ट में दावा किया गया है कि पूर्व डीईओ ने रिश्वत लेने के बाद बाकायदा रसीद तक जारी की थी। हालांकि, इस दावे की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
जांच की मांग, शिक्षा विभाग पर उठे सवाल
यह मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। पीड़ितों ने डीईओ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और पूरी रकम वापस दिलाने की मांग की है। प्रशासन इस मामले की जांच में जुटा है और जल्द ही कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com