झांसी में ट्रेन से 12 लाख की चांदी और 9.39 लाख कैश बरामद, व्यापारी से जीएसटी विभाग कर रहा पूछताछ

आशुतोष नायक
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 झांसी रेलवे स्टेशन पर रेल सुरक्षा बल (RPF) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक यात्री को 12 लाख रुपये की चांदी और करीब 9.39 लाख रुपये नकद के साथ पकड़ा है। जब सुरक्षा बलों ने उससे पूछताछ की तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। इसके बाद उसे जीएसटी विभाग को सौंप दिया गया, जहां अब उससे माल और नगदी से जुड़े दस्तावेज मांगे जा रहे हैं।

ट्रेन से सफर कर रहा था युवक, सूचना पर हुई कार्रवाई

यह कार्रवाई पूरी से ऋषिकेश जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 18477) में की गई। ट्रेन जब सुबह 7:20 बजे झांसी स्टेशन पर पहुंची, तो सुरक्षा बलों को सूचना मिली कि A-2 कोच की सीट नंबर 29 पर बैठा एक युवक भारी मात्रा में चांदी और नगदी के साथ सफर कर रहा है। इस पर RPF जवानों ने युवक की तलाशी ली, जिसमें उसके पास चांदी के जेवर और नकदी बरामद हुई।

11 किलो 579 ग्राम चांदी, लाखों की नकदी मिली 

युवक को स्टेशन पर उतारकर जब चांदी का वजन कराया गया तो वह 11 किलो 579 ग्राम निकली, जिसकी बाजार में कीमत लगभग 12 लाख रुपये आंकी गई। इसके अलावा, उसके पास से 9,39,100 रुपये नकद भी मिले। जब उससे इन पैसों और चांदी के बारे में दस्तावेज मांगे गए तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका।

राउरकेला से आगरा जा रहा था युवक

पूछताछ में पता चला कि पकड़ा गया युवक व्यापारी है और ओडिशा के राउरकेला से चांदी के जेवर लेकर आगरा जा रहा था। लेकिन झांसी में ही वह सुरक्षा एजेंसियों के हत्थे चढ़ गया। शक होने पर उससे पूछताछ की गई और सही दस्तावेज न दिखा पाने के कारण उसे जीएसटी विभाग को सौंप दिया गया।

जीएसटी विभाग की जांच जारी

रेलवे सुरक्षा बल ने पूरी कार्रवाई के बाद युवक को चांदी और नगदी समेत जीएसटी विभाग को सौंप दिया। जीएसटी विभाग के डिप्टी कमिश्नर पुनीत अग्निहोत्री ने बताया कि आमतौर पर व्यापारी ट्रेन में माल लेकर यात्रा करते हैं, लेकिन नियमों के अनुसार उन्हें जरूरी दस्तावेज अपने पास रखने होते हैं। फिलहाल, युवक को अपने माल और पैसे से जुड़े दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।

व्यापारी ट्रेन को मानते हैं सुरक्षित

इस तरह का मामला पहली बार सामने नहीं आया है। इससे पहले भी कई व्यापारी ट्रेनों में सोना, चांदी या नगदी के साथ सफर करते हुए पकड़े गए हैं। व्यापारियों का मानना है कि ट्रेन का सफर सड़क मार्ग के मुकाबले अधिक सुरक्षित होता है, इसलिए वे इसी माध्यम से सफर करना पसंद करते हैं। हालांकि, बिना दस्तावेजों के की जा रही इस तरह की आवाजाही पर अब सख्ती बढ़ती जा रही है।

(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com 

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