ललितपुर में प्राइवेट कर्मचारी की करंट लगने से मौत

पलक श्रीवास
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ललितपुर। तालबेहट कोतवाली क्षेत्र के माताटीला स्थित रेलवे सेक्शन में शनिवार को कार्य के दौरान एक प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी की करंट लगने से मौत हो गई। मृतक की पहचान शिवम रैकवार के रूप में हुई है, जो ललितपुर रेलवे में कार्यरत एक निजी कंपनी में टेक्नीशियन के पद पर पिछले एक वर्ष से कार्य कर रहा था। हादसे के बाद परिजनों ने रेलवे अधिकारियों और ठेकेदारों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार, नेहरू नगर बंसीधाम कॉलोनी निवासी तुलाराम रैकवार का भतीजा शिवम रैकवार माताटीला रेलवे सेक्शन में कार्यरत था। बताया गया कि वह रेलवे के एसएसपी और एटी ट्रांसफार्मर की जांच के कार्य में जुटा था। मौके पर SSE, ठेकेदार एवं जेई के निर्देशन में कार्य किया जा रहा था। कम्पनी “क्रिसांगनी” के अधीन कार्यरत यह कर्मचारी माताटीला SSP पर कार्य कर रहे थे, जबकि शिवम और उसके साथी साबिर खान ट्रांसफार्मर पर अर्थिंग (AT) की जांच कर रहे थे।


लाइन बंद बताकर कराया काम, करंट लगते ही खंभे से गिरा शिवम

आरोप है कि ठेकेदार और कर्मचारियों ने शिवम को बताया कि लाइन बंद है और उसे ट्रांसफार्मर चेक करने को कहा गया। इस पर शिवम खंभे पर चढ़ गया, लेकिन अचानक करेंट आने से वह लगभग 12 फीट ऊँचाई से नीचे गिर पड़ा। गिरते ही शिवम गंभीर रूप से झुलस गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

मौके पर मौजूद साथी हैल्पर साबिर खान ने तुरंत परिजनों को सूचना दी और साथियों की मदद से उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने शिवम को मृत घोषित कर दिया।

मृतक के चाचा तुलाराम रैकवार ने कोतवाली तालबेहट में आवेदन देकर संबंधित अधिकारियों, ठेकेदार और कर्मचारियों पर लापरवाही से कार्य कराने का आरोप लगाया है। उन्होंने पुलिस से सख्त कानूनी कार्रवाई और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। फिलहाल पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है।


रेलवे कार्यालय के बाहर धरना, कहा—सुरक्षा उपकरण तक नहीं दिए गए



रविवार को मृतक के परिजनों ने रेलवे में कार्यरत प्राइवेट कंपनी के कर्मचारियों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने ललितपुर रेलवे स्टेशन के पास स्थित सीनियर इंजीनियर (विद्युत) कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए दोषियों पर कार्रवाई और मृतक परिवार को आर्थिक सहायता राशि दिलाए जाने की मांग की।

परिजनों का आरोप है कि कंपनी द्वारा शिवम को काम के दौरान कोई सुरक्षा उपकरण नहीं दिए गए थे और ना ही साइट पर कोई सुपरवाइजर मौजूद था।

इस मामले में झांसी रेल मंडल के PRO मनोज कुमार ने कहा कि, “मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए गए हैं, दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।


( रिपोर्टर पलक श्रीवास ) Bundelivarta.com

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