झांसी न्यूज़। झांसी के तालपुरा इलाके में मंगलवार को एक सनसनीखेज वारदात सामने आई, जहां गुरसरांय के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष और एडीजीसी (अपर जिला शासकीय अधिवक्ता) रह चुके भान प्रकाश सिरवारिया की संदिग्ध हालात में हत्या कर दी गई। वह अपने घर के भीतर मृत पाए गए। प्रारंभिक जांच में गला घोंटकर हत्या की पुष्टि हुई है।
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मृतक की फाइल फोटो |
मॉर्निंग वॉक से लौटने के कुछ ही देर बाद मौत
मंगलवार सुबह भान प्रकाश रोजाना की तरह मॉर्निंग वॉक से लौटे थे। कुछ समय बाद जब वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकले, तो पास में ही रहने वाले किराएदार को शक हुआ। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने पर भी कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर पुलिस को सूचना दी गई।
कमरे के अंदर से बंद था दरवाजा, शव मिला बेड पर
पुलिस जब मौके पर पहुंची और दरवाजा खोला गया, तो अंदर का दृश्य देखकर सभी स्तब्ध रह गए। भान प्रकाश का शव बेड पर पड़ा था, उनके हाथ-पैर रस्सी से बंधे थे और गले पर दबाव के साफ निशान थे। यह संकेत साफ था कि उनकी हत्या गला घोंटकर की गई है।
कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था, जिससे यह आशंका गहराती है कि हत्या में कोई करीबी या पहले से घर में मौजूद व्यक्ति शामिल हो सकता है।
मानसिक रूप से अस्वस्थ पत्नी कुछ नहीं कह सकीं
भान प्रकाश अपनी पत्नी सुशीला के साथ उसी मकान में रहते थे। सुशीला पिछले कुछ वर्षों से मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं, और घटना के बारे में कोई भी जानकारी देने की स्थिति में नहीं हैं।
दामाद को मिली जानकारी, बेटा अलीगढ़ में
मृतक के दामाद जितेंद्र वर्मा को सुबह करीब 8 बजे किराएदार ने फोन कर बताया कि उनके ससुर की हालत गंभीर है। जब वह पहुंचे तो देखा कि शव कमरे में पड़ा हुआ था और स्थिति बेहद संदिग्ध थी।
भान प्रकाश की एकमात्र बेटी कविता की शादी को लगभग 30 वर्ष हो चुके हैं, जबकि उनका बेटा मृत्युंजय अलीगढ़ में यूपीएससी की तैयारी कर रहा है।
पूर्व चेयरमैन और अधिवक्ता रहे भान प्रकाश
भान प्रकाश सिरवारिया 2000 से 2005 तक गुरसराय नगर पंचायत के अध्यक्ष रहे। इसके बाद उन्होंने एडीजीसी के रूप में कानूनी सेवा दी। रिटायरमेंट के बाद वह निजी वकालत कर रहे थे। उनका सामाजिक और राजनीतिक जीवन काफी सक्रिय था।
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परिजन और साथी वकील |
जांच में जुटी पुलिस, कोई ठोस सुराग नहीं
पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि नवाबाद थाना पुलिस के साथ ही स्वाट टीम को भी जांच में लगाया गया है। घटनास्थल से कुछ दस्तावेज और एक अटैची जब्त की गई है।
सीसीटीवी फुटेज की मदद से सुराग तलाशे जा रहे हैं, लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बाद भी कोई ठोस गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
इलाके में दहशत और आक्रोश
हत्या की यह वारदात तालपुरा इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। स्थानीय लोगों में भय का माहौल है कि यदि किसी का दरवाजा अंदर से बंद हो और फिर भी कोई व्यक्ति भीतर घुसकर हत्या कर सकता है, तो सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े होते हैं।
लोगों ने पुलिस से जल्द हत्याकांड के खुलासे और गश्त बढ़ाने की मांग की है।
फिलहाल यह मामला पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है, जहां हत्यारे की पहचान और हत्या का मकसद दोनों ही रहस्य बने हुए हैं।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com