झांसी न्यूज़ | झांसी के उल्दन थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया। लठसरा गांव निवासी सुरेंद्र रविवार की रात अपनी बाइक से टहरौली किसी निजी कार्य से गया था, लेकिन देर रात तक घर न लौटने पर परिजनों की चिंता बढ़ गई। रातभर इंतज़ार और तलाश के बाद सोमवार सुबह एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई।
सुबह टहरौली-बिजना मार्ग पर कुछ ग्रामीणों ने सड़क किनारे झाड़ियों में एक युवक की लाश देखी। पास जाकर देखा तो वह कोई और नहीं बल्कि लठसरा गांव का 35 वर्षीय सुरेंद्र था, जिसकी बाइक सहित लाश झाड़ियों में फंसी हुई थी। ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना उल्दन पुलिस को दी। सूचना पर थाना प्रभारी दिनेश कुरील, क्षेत्राधिकारी टहरौली पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया।
हादसा कैसे हुआ?
पुलिस की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई कि सुरेंद्र बाइक को तेज रफ्तार में चला रहा था। टहरौली-बिजना रोड पर एक मोड़ के पास बाइक असंतुलित हो गई और झाड़ियों में जा गिरी। वहाँ एक बड़ा नीम का पेड़ था, जिससे बाइक की सीधी टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि सुरेंद्र के शरीर में कई गंभीर चोटें आईं — उसके हाथ-पैर टूट गए और सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
रातभर पड़ा रहा शव, कोई नहीं पहुंचा मदद के लिए
दुर्घटना के बाद सुरेंद्र झाड़ियों में पड़ा रहा, लेकिन रात के अंधेरे और सुनसान रास्ते के कारण कोई उसे देख नहीं सका। अगर समय पर किसी की नजर पड़ जाती तो शायद जान बच सकती थी। ग्रामीणों का कहना है कि यह इलाका दुर्घटनाओं के लिए पहले से बदनाम है, लेकिन न तो प्रशासन ने कोई चेतावनी बोर्ड लगाया और न ही कोई रिफ्लेक्टिव साइन।
गांव में पसरा मातम
सुरेंद्र की मौत की खबर से पूरे लठसरा गांव में मातम पसर गया है। परिजन रो-रोकर बेहाल हैं और हर आंख नम है। ग्रामीणों की मांग है कि इस सड़क पर बेहतर संकेत और सुरक्षा व्यवस्था की जाए ताकि आगे कोई और हादसा न हो।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
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(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com