झांसी न्यूज़ | झांसी के मऊरानीपुर क्षेत्र के गांव स्यवारी में बीते 26 मई को एक दलित किशोर के अचानक लापता होने के बाद गांव में तनाव फैल गया। किशोर की तलाश के दौरान दलित परिवार ने सवर्णों पर अपहरण का आरोप लगाया और सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन में समाजवादी पार्टी, बसपा और भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी शामिल हुए।
घटना के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच नोकझोंक हुई, जिस पर पुलिस ने सपा नेता डॉ. रघुवीर चौधरी, किशोर के पिता डालचंद्र अहिरवार, उनकी पत्नी समेत कुल 56 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
किशोर गांव से ही मिला, मामला बना विवादित
गायब हुआ किशोर पुलिस को गांव में ही एक पेड़ के नीचे सोता मिला। पुलिस के मुताबिक, वह शराब के नशे में था। मामला सिर्फ मेहमानों द्वारा पानी मांगने को लेकर हुए विवाद से शुरू हुआ था, लेकिन गलत जानकारी फैलाकर माहौल बिगाड़ा गया।
पुलिस का आरोप – धमकी, अभद्रता और जाम
पुलिस ने आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए रास्ता रोका, जातीय तनाव फैलाया और पुलिसकर्मियों को वर्दी उतरवा देने की धमकी दी। दर्ज मुकदमे में 8 महिलाओं और 40 अज्ञात पुरुषों को भी आरोपी बनाया गया है।
सपा नेताओं ने SSP से की मुलाकात
गुरुवार को सपा महानगर अध्यक्ष तनवीर आलम के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने SSP बीबीजीटीएस मूर्ति से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि डॉ. रघुवीर चौधरी केवल पीड़ित परिवार की आवाज़ उठाने गए थे। प्रदर्शन शांतिपूर्ण था, पुलिस ने गलत धाराओं में केस दर्ज किया है। उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की है।
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(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com