झांसी भाजपा शहर मंडल में फिर गरमाया सियासी माहौल, मंत्री ने सोशल मीडिया पर जताई नाराज़गी

रोहित राजवैद्य
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झांसी न्यूज़ | भारतीय जनता पार्टी के झांसी शहर मंडल में एक बार फिर से भीतरखाने की कलह सामने आ गई है। कार्यकारिणी गठन से पहले ही पुराने विवादों की राख से सियासी चिंगारियां उठने लगी हैं। इस बार निवर्तमान मंडल मंत्री नरेश शृंगीऋषि ने फेसबुक पर अपनी उपेक्षा का दर्द साझा करते हुए इस्तीफे की पेशकश कर दी है।



कार्यक्रमों से दूरी या दूरी बनाई गई?
नरेश शृंगीऋषि ने सोशल मीडिया पर ताबड़तोड़ पोस्ट डालकर आरोप लगाया कि मंडल अध्यक्ष बनने के बाद से उन्हें पार्टी गतिविधियों से दूर रखा गया। उन्होंने लिखा, “जिस दिन से मोनू अध्यक्ष बने, उसी दिन से मेरे लिए कार्यक्रमों की सूचना बंद हो गई थी।” उन्होंने महानगर अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है, लेकिन इस्तीफा फिलहाल स्वीकार नहीं किया गया है।


महिलाओं को तवज्जो, पुरुषों की छुट्टी?
पार्टी की नई नीति के तहत मंडल कार्यकारिणी में 33% महिलाओं को शामिल किया जाना है। शहर मंडल की प्रस्तावित सूची में 5 महिलाओं के लिए जगह बनाई गई है। इससे चार पुरुष पदाधिकारी हटाए गए हैं, जिनमें शृंगीऋषि का नाम भी बताया जा रहा है।


विवाद की जड़ में नई कार्यकारिणी
माना जा रहा है कि पूरी उठापटक की वजह मंडल अध्यक्ष मोनू शिवहरे द्वारा भेजी गई नई कार्यकारिणी सूची है। इस सूची में नरेश शृंगीऋषि को शामिल नहीं किया गया, जिससे वे नाराज़ हैं और उन्होंने सोशल मीडिया को अपना मंच बना लिया।


पार्टी में पुराना इतिहास, फिर भी उपेक्षा का दर्द
शृंगीऋषि का दावा है कि उनकी तीन पीढ़ियां भाजपा से जुड़ी रही हैं और वे खुद पिछले 12 वर्षों से सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है और कार्यक्रमों की सूचना तक नहीं दी जाती।


मंडल अध्यक्ष का जवाबी हमला
इस पर मंडल अध्यक्ष मोनू शिवहरे ने कहा कि शृंगीऋषि लंबे समय से निष्क्रिय हैं और उनकी भागीदारी नगण्य रही है। उन्होंने कहा कि कार्यकारिणी में बदलाव पार्टी की दिशा-निर्देशों के अनुसार हो रहा है, न कि किसी की व्यक्तिगत नाराज़गी के कारण।


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(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com 

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