महोब्ना न्यूज़ | कोरोना के नए वेरिएंट 'जी' और 'वन' के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य व्यवस्थाएं फिर से कसौटी पर हैं। इसी क्रम में चित्रकूट धाम मंडल, बांदा के संयुक्त निदेशक डॉ. अभय प्रताप सिंह ने शनिवार को महोबा जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एक चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई — अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह बंद मिला, और वार्डों में ऑक्सीजन की आपूर्ति ठप पाई गई।
डॉ. सिंह ने इस गंभीर अनियमितता पर नाराजगी जताते हुए दो जिम्मेदार कर्मचारियों का वेतन तत्काल प्रभाव से रोकने का आदेश दिया। साथ ही मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को सात दिन के भीतर ऑक्सीजन सप्लाई व्यवस्था दुरुस्त करने के सख्त निर्देश दिए।
डॉ. सिंह इस समय मंडल के सभी जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम की स्थिति की जांच कर रहे हैं। उनका कहना है कि संभावित कोरोना लहर को देखते हुए ऑक्सीजन प्लांट का सक्रिय रहना बेहद जरूरी है।
यह लापरवाही ऐसे समय पर उजागर हुई है, जब शासन ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों को पूर्ण रूप से क्रियाशील रखने के निर्देश दे रखे हैं। महोबा अस्पताल में जो स्थिति सामने आई है, वह न केवल चिंता का विषय है, बल्कि भविष्य की संभावित आपात स्थिति के लिए भी एक चेतावनी है।
स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता के बावजूद जमीनी स्तर पर लापरवाहियाँ बनी हुई हैं। यह घटना बताती है कि निरीक्षण और जवाबदेही केवल कागज़ों तक सीमित न रहकर वास्तविक क्रियान्वयन तक पहुंचनी चाहिए। मरीजों की जान के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
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(अनिल श्रीवास की रिपोर्ट) Bundelivarta.com