झांसी न्यूज़। तीन दशकों की लंबी प्रतीक्षा के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) को झांसी में आखिरकार स्थायी कार्यालय की सौगात मिल गई है। करारी क्षेत्र में 3.67 एकड़ भूमि की रजिस्ट्री समाजवादी पार्टी के नाम हो चुकी है, जिससे पार्टी अब बुंदेलखंड की सियासी जमीन पर अपने संगठनात्मक ढांचे को मजबूती देने के लिए पूरी तरह तैयार दिखाई दे रही है।
झांसी में अब तक पार्टी का कोई स्थायी कार्यालय नहीं था, जिससे स्थानीय कार्यकर्ताओं को रणनीति निर्धारण और संवाद के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता था। केंद्रीय और प्रदेश स्तरीय नेताओं को भी शहर में ठहरने और बैठकों के लिए कभी होटल तो कभी नेताओं के घरों पर निर्भर रहना पड़ता था। पार्टी के भीतर गुटबाजी से लेकर चुनावी तैयारी तक इस कमी का असर स्पष्ट नजर आता रहा है।
इस कार्यालय की स्थापना झांसी में पार्टी को एकजुटता और नेतृत्व का केंद्रीकृत मंच प्रदान करेगी। पार्टी के सूत्रों का कहना है कि रजिस्ट्री की प्रक्रिया गोपनीय तरीके से पूरी की गई ताकि किसी भी तरह के विरोध या कानूनी अड़चन से बचा जा सके। पहले एक निजी कंपनी ने ज़मीन खरीदी और फिर इसे सपा के नाम स्थानांतरित कर दिया गया।
सूत्र बताते हैं कि हाल ही में हुई लोकसभा चुनाव समीक्षा बैठक में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने झांसी में कार्यालय न होने पर नाराज़गी जाहिर की थी। माना जा रहा है कि इसी के बाद जमीन की व्यवस्था को लेकर तेज़ी से काम हुआ और पार्टी नेतृत्व ने इस बार कड़ी निगरानी भी रखी।
चुनावी लिहाज से झांसी की अहमियत को देखते हुए यह फैसला पार्टी के लिए एक बड़ा रणनीतिक कदम माना जा रहा है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में यहां बीजेपी को जीत मिली थी, और 2022 में विधानसभा सीटों पर सपा का प्रदर्शन मिला-जुला रहा था। ऐसे में एक मजबूत संगठनात्मक आधार तैयार करना अब जरूरी हो गया था।
इस नए कार्यालय से आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए सपा की रणनीति को बल मिलेगा। कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम, जनसंपर्क अभियान और नियमित बैठकें यहीं से संचालित की जा सकेंगी। साथ ही, यह कार्यालय बुंदेलखंड में सपा की सियासी मौजूदगी का प्रतीक भी बनकर उभरेगा।
अब देखना यह होगा कि क्या यह ‘घर’ सच में सपा के सियासी पुनरुत्थान की नींव बन पाता है या नहीं। लेकिन फिलहाल, पार्टी ने झांसी में एक बड़ा और प्रतीकात्मक कदम जरूर उठा लिया है।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com