टीकमगढ़ न्यूज़। टीकमगढ़ में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत ग्राम पंचायत माड़ूमर और पठा में संचालित कार्यों का निरीक्षण जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उमिता राहुल सिंह और कलेक्टर श्री विवेक श्रोत्रिय ने किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने नहरों की सफाई और अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए।
पानी पहुंचाने की राह होगी आसान
जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि नहरों की सफाई और मरम्मत से पठा की वेस्ट वियर का पानी अब आसानी से सुनार बंदिया और महेन्द्र सागर तालाब टीकमगढ़ तक पहुंचेगा। इससे न केवल महेन्द्र सागर तालाब की जलभराव क्षमता बढ़ेगी बल्कि आसपास के खेतों का जल स्तर भी सुधरेगा, जिससे किसानों को लाभ मिलेगा।
कलेक्टर ने दिए सख्त निर्देश
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री श्रोत्रिय ने अधिकारियों को चेताया कि तालाबों तक पानी पहुंचाने वाले पुराने रास्तों से अतिक्रमण और मिट्टी हटाई जाए। उन्होंने बताया कि इन मार्गों के अवरुद्ध होने से महेन्द्र सागर तालाब में पानी की आवक कम हो गई थी। अब सफाई और अतिक्रमण हटाने से भरपूर पानी पहुंचेगा।
अतिक्रमण हटाकर रास्ता साफ
कलेक्टर के निर्देश पर ग्राम माड़ूमर के भाटा क्षेत्र में 2.08 हेक्टेयर भूमि से खुशीलाल पाल, भागी पाल, मनसुखा पाल और कोमल लोधी द्वारा किए गए अतिक्रमण हटवाए गए। इसी तरह पठा भाटा क्षेत्र में भगतराम, ब्रजकिशोर और भुवानी भोडेले द्वारा कब्जाई गई एक हेक्टेयर जमीन को भी मुक्त कराया गया।
रोजगार के नए अवसर
मनरेगा योजना के तहत चल रहे इन कार्यों से ग्रामों में रोजगार सृजन हो रहा है। शहरों की ओर पलायन करने वाले श्रमिकों को अब अपने ही गांव में काम मिलेगा। इससे ग्रामीण अपने परिवार के साथ रहकर स्थायी रूप से रोजगार पा सकेंगे।
इनकी रही मौजूदगी
निरीक्षण के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नवित कुमार धुर्वे, एसडीएम श्री लोकेन्द्र सिंह सरल, तहसीलदार टीकमगढ़, ग्रामीण यांत्रिकी और जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री, सहायक यंत्री, एपीओ, उपयंत्री मनरेगा तथा दोनों ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव और ग्राम रोजगार सहायक मौजूद रहे।
(अनिल श्रीवास की रिपोर्ट) Bundelivarta.com