ललितपुर न्यूज़। ललितपुर में खंड विकास कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक लिपिक राजाराम अहिरवार (43) ने आत्महत्या कर ली। वह पिछले तीन साल से विभाग में कार्यरत थे, लेकिन उनसे पांच साल पुराने दस्तावेज़ों का जवाब मांगा जा रहा था। ऊपर से ऑफिस की तरफ से लापरवाही का नोटिस भी थमा दिया गया।
परिवार वालों का आरोप है कि वरिष्ठ अधिकारियों ने सबके सामने उन्हें डांटा और बेइज्जत किया। इससे वे अंदर ही अंदर टूटते चले गए।
सुबह किचन में मिली लाश, रात में साथ खाया था खाना
घटना मंगलवार रात की है। राजाराम ने परिवार के साथ खाना खाया और फिर अपने कमरे में सोने चले गए। पत्नी बच्चों के साथ दूसरे कमरे में सोई थी। बुधवार सुबह जब वह किचन में गई, तो राजाराम का शव साड़ी से लटका मिला।
चीख-पुकार सुनकर बच्चे और पड़ोसी दौड़े। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
शहर में नया घर लिया था, अब टूट गया परिवार
राजाराम मूल रूप से गांव कुमेहरी के रहने वाले थे। हाल ही में ललितपुर शहर में घर बनाकर पत्नी पुष्पा और तीन बच्चों के साथ रहने लगे थे। बेटी आकांक्षा ने बताया कि नोटिस मिलने के बाद पापा बेहद परेशान रहने लगे थे। वे चुपचाप रहने लगे थे और अक्सर कहते थे- "जो कागज मेरे समय के नहीं, उन्हें कहां से लाऊं?"
परिजनों का कहना है कि सीडीओ और उनके कुछ साथी लगातार मानसिक दबाव बना रहे थे। दवाओं के सहारे जी रहे थे, पर आखिरकार हिम्मत हार गए।
पुलिस का कहना- शिकायत मिलते ही केस दर्ज होगा
सीओ सिटी अजय कुमार ने बताया कि शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल परिवार की तरफ से कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com