झांसी न्यूज़ | झांसी में एक युवती जब अपनी आपबीती लेकर पुलिस के पास पहुंची, तो उसकी सुनवाई के बजाय उसे ही डांटकर भगा दिया गया। दरोगा रामशंकर कटियार ने आरोपियों का बचाव करते हुए पीड़िता को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। पुलिस की बेरुखी से आहत युवती ने न्यायालय का रुख किया। कोर्ट के आदेश पर टहरौली थाने में दरोगा समेत छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
धोखे से दिल्ली ले जाकर किया दुष्कर्म
टहरौली थाना क्षेत्र की रहने वाली एक युवती ने बताया कि 21 जनवरी को सुमित परिहार ने उसे किसी नशीली चीज का सेवन कराकर दिल्ली ले गया। वहां उसने उसे बेचने की कोशिश की, लेकिन शोर मचाने पर भाग निकला।
इसके बाद 8 मार्च को सुमित अपने साथियों तिलक सिंह और चंदन के साथ टहरौली आया। इन लोगों ने उसे जबरन अगवा कर लिया और सुमित ने तमंचे के बल पर उसके साथ दुष्कर्म किया। घटना के दौरान आरोपियों ने पीड़िता का अश्लील वीडियो भी बना लिया। बाद में शादी का झांसा देकर सुमित उसे दोबारा दिल्ली ले गया, जहां उसके साथ फिर से ज्यादती की गई।
पुलिस ने किया अनदेखा
पीड़िता जब थाने पहुंची तो दरोगा रामशंकर कटियार ने शिकायत दर्ज करने की बजाय आरोपी का समर्थन किया। उसने युवती का मेडिकल परीक्षण कराने से भी इनकार कर दिया और उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी देते हुए वहां से भगा दिया।
अदालत के हस्तक्षेप के बाद मामला दर्ज
पुलिस से न्याय न मिलने के बाद युवती ने अदालत में गुहार लगाई। कोर्ट के आदेश पर टहरौली पुलिस ने सुमित परिहार, मनोहर परिहार, तिलक सिंह, चंदन के अलावा दरोगा रामशंकर कटियार और महिला कांस्टेबल सविता पटेल के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।
सीओ करेंगे मामले की जांच
प्रशासन ने मामले की जांच सीओ अजय कुमार श्रोत्रीय को सौंपी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सभी आरोपों की निष्पक्ष जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।