जालौन – जालौन जिले के उरई के पटेल नगर में पारिवारिक विवाद के चलते एक किसान ने खुद को गोली मारकर जान दे दी। खेत को लेकर हुए मतभेद के बाद 55 वर्षीय महेश कुशवाहा ने अपने घर के कमरे में खुदकुशी कर ली। घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
25 साल से रह रहे थे उरई में, पत्नी की मौत के बाद करते थे पशुपालन
महेश कुशवाहा पिछले 25 वर्षों से उरई के पटेल नगर में रह रहे थे। पहले वे गुजरात की एक रोलिंग फैक्ट्री में काम करते थे, लेकिन पत्नी द्रोपदी की मृत्यु के बाद उन्होंने पशुपालन शुरू कर दिया था। परिवार में उनका एक बेटा सूरज और बहू सीमा हैं।
खेत को लेकर हुआ विवाद, फिर उठाया आत्मघाती कदम
शनिवार सुबह पिता-पुत्र के बीच चार बीघा खेती को बंटाई पर देने को लेकर बहस हो गई। बेटे सूरज ने खेत को बंटाई पर देने से इनकार कर दिया, जिससे महेश नाराज हो गए। दिनभर बाहर रहने के बाद जब वे शाम को लौटे, तो बहू-बेटे ने उन्हें खाना खाने के लिए कहा, लेकिन गुस्से में उन्होंने मना कर दिया और अपने कमरे में चले गए।
कमरे से आई गोली की आवाज, बाहर पड़ा मिला तमंचा
कुछ देर बाद जब घर में गोली चलने की आवाज आई, तो बहू सीमा दौड़कर कमरे में पहुंची। वहां महेश कुशवाहा लहूलुहान हालत में पड़े थे और कमरे के बाहर तमंचा पड़ा था। इस घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया।
पुलिस ने शुरू की जांच, हर पहलू की हो रही पड़ताल
घटना की सूचना मिलते ही सीओ अर्चना सिंह और कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार राय मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
सीओ अर्चना सिंह ने बताया, "प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है, लेकिन हर पहलू की जांच की जा रही है। परिजनों से भी पूछताछ कर रहे हैं, ताकि खुदकुशी की असली वजह पता चल सके।"
फिलहाल, पुलिस इस मामले की तह तक जाने के लिए जांच में जुटी हुई है।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com