झांसी: रक्सा थाना क्षेत्र के राजापुर गांव में नंदकिशोर अहिरवार की हत्या का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी और उसके चार साथियों को गिरफ्तार किया है।
प्रेम, जुनून और कत्ल की कहानी
22 वर्षीय मुख्य आरोपी, मृतक के गांव का ही रहने वाला है, नंदकिशोर की 38 वर्षीय पत्नी से एकतरफा प्यार करता था। जब वह अपने मकसद में नाकाम रहा, तो उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर नंदकिशोर को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
खौफनाक वारदात
5 फरवरी की शाम को जब नंदकिशोर घर लौट रहे थे, तो छोटू और उसके दोस्तों ने लाल रंग की कार में उनका अपहरण कर लिया। तीन दिन बाद नंदकिशोर की लाश बबीना थाना क्षेत्र में हाईवे पर एक गड्ढे में मिली।
पुलिस ने किया खुलासा
झांसी की एसएसपी सुधा सिंह ने बताया कि मृतक की पत्नी लक्ष्मी पर छोटू की बुरी नजर थी। नंदकिशोर ने उसे कई बार समझाया था, लेकिन वह नहीं माना। छोटू, महिला के पति को अपनी मोहब्बत में रुकावट समझता था।
आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने मुख्य आरोपी छोटू उर्फ भवानी, उसके दोस्त अनिल प्रजापति, अरविंद प्रजापति और गजेंद्र परिहार को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपी छोटू की उम्र के हैं।
दो आरोपी फरार
इस हत्याकांड में शामिल दो अन्य आरोपी, जो मध्य प्रदेश के शिवपुरी के रहने वाले हैं, अभी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
मृतक की पत्नी का शक
मृतक की पत्नी लक्ष्मी ने अपने जेठ बालकिशन, उनके बेटे अजय और छोटू यादव पर शक जाहिर किया था। उन्होंने थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने मामले में गंभीरता नहीं दिखाई।
नंदकिशोर की चेतावनी
मृतक नंदकिशोर, छोटू को गांव का बच्चा समझकर समझाते थे और उसे अपनी हरकतों से बाज आने के लिए कहते थे। उन्होंने उसे पुलिस में शिकायत करने की चेतावनी भी दी थी, लेकिन छोटू ने उनकी बात नहीं मानी और उनसे दुश्मनी ठान ली।
यह सनसनीखेज हत्याकांड प्रेम, जुनून और कत्ल की एक खौफनाक कहानी बयां करता है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com