हैवानियत की इंतेहा: तमंचे के बल पर अपहरण, आगरा में दरिंदगी
झांसी, उत्तर प्रदेश: 5 साल पहले दो नाबालिग चचेरी बहनों के साथ हुई हैवानियत ने इंसाफ का दामन थामा है। अदालत ने दोनों दोषियों को 20-20 साल की कड़ी सजा सुनाई है।
स्कूल जाते समय अपहरण, आगरा में कैद
दोनों नाबालिग बहनें रानीपुर गर्ल्स इंटर कॉलेज में पढ़ती थीं। 6 दिसंबर 2019 को स्कूल जाते समय राकेश कुशवाहा और अरविंद कुशवाहा नामक दो दरिंदों ने तमंचे के बल पर उनका अपहरण कर लिया। दोनों को आगरा ले जाकर एक कमरे में कैद कर लिया गया, जहां उनके साथ लगातार दुष्कर्म किया गया।
आठ दिन बाद झांसी लाए, पुलिस ने किया गिरफ्तार
आठ दिन की कैद और दरिंदगी के बाद दोनों आरोपियों ने बच्चियों को झांसी में छोड़ा। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
अदालत का फैसला, पीड़ितों को मिलेगा न्याय
अपर सत्र न्यायाधीश जितेंद्र यादव ने इस संगीन मामले में दोनों दोषियों को 20-20 साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही दोनों पर 50-50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है, जो पीड़ितों को दिया जाएगा। जुर्माना नहीं भरने पर दोनों को 6-6 महीने की अतिरिक्त जेल काटनी होगी।
यह फैसला पीड़ितों के लिए न्याय की एक किरण लेकर आया है, और समाज को यह संदेश देता है कि ऐसे घिनौने अपराधों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com