महोबा न्यूज़ | महोबा में हिंदी पत्रकारिता दिवस पर आयोजित एक विचार गोष्ठी में पत्रकारों ने मीडिया की मौजूदा भूमिका और जिम्मेदारियों पर खुलकर चर्चा की। होटल सेवन एप्पल में हुई इस गोष्ठी की अगुवाई प्रेस क्लब ऑफ यूपी के संगठन संरक्षक अमित श्रोतिय ने की।
कार्यक्रम की शुरुआत आपसी संवाद और मिठास के साथ हुई, जहां पत्रकारों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर संगठन के बुंदेलखंड प्रभारी एम.आई. पठान ने कहा कि पत्रकारिता सिर्फ पेशा नहीं, समाज सेवा का एक माध्यम है। उन्होंने जोर देकर कहा कि मीडिया को जनता की आवाज बनकर सत्ताधारी तंत्र से जरूरी सवाल पूछने चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार मनोज ओझा ने युवाओं को ईमानदारी और साहस का संदेश देते हुए कहा कि चुनौतियों से घबराने के बजाय उन्हें स्वीकार करना ही सच्ची पत्रकारिता है। उन्होंने कहा कि बदलाव की शुरुआत हमेशा कलम से होती है।
गोष्ठी में कफील अहमद, इमरान खान, भरत त्रिपाठी, रुस्तम खान समेत कई पत्रकार शामिल हुए। चर्चा के अंत में सभी ने निष्पक्ष, साहसी और जनपक्षधर पत्रकारिता को प्राथमिकता देने का संकल्प लिया। यह आयोजन पत्रकारों के लिए आत्ममंथन और एकजुटता का मंच साबित हुआ।
👉 ताजा ख़बरों के लिए व्हाट्सअप ग्रुप से जुड़ें
(अनिल श्रीवास की रिपोर्ट) Bundelivarta.com