विवादित बयान पर सीएमएचओ डॉ. मंडेलिया सस्पेंड, हड्डी रोग विशेषज्ञ को सौंपा दतिया का प्रभार

रोहित राजवैद्य
0

दतिया न्यूज़ | अंबेडकर जयंती के कार्यक्रम में ब्राह्मण समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में दतिया जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. हेमंत मंडेलिया को निलंबित कर दिया गया है। ग्वालियर संभाग के आयुक्त मनोज खत्री ने शनिवार देर शाम आदेश जारी कर डॉ. मंडेलिया को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर कलेक्टर कार्यालय से अटैच कर दिया। उनके स्थान पर जिला अस्पताल में कार्यरत हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. बीके वर्मा को कार्यवाहक सीएमएचओ बनाया गया है।



जानिए पूरा मामला
14 अप्रैल को दतिया के सिविल लाइन क्षेत्र स्थित अंबेडकर पार्क में आयोजित अंबेडकर जयंती समारोह के दौरान डॉ. मंडेलिया ने मंच से ब्राह्मण समाज के खिलाफ कथित तौर पर विवादास्पद बयान दिए थे। वायरल हुए वीडियो में वह ब्राह्मणों को 100 प्रतिशत हटाने जैसी टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि एक ब्राह्मण सफाईकर्मी सुपरवाइजर को कलेक्टर बंगले पर झाड़ू लगवाई गई थी।


यह वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिससे ब्राह्मण समाज में भारी रोष फैल गया। शनिवार को समाज के प्रतिनिधियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और कोतवाली थाना पहुंचकर डॉ. मंडेलिया पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने जमकर नारेबाजी भी की।


कलेक्टर ने जांच कराई, कार्रवाई हुई
कलेक्टर संदीप कुमार माकिन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच के आदेश दिए। जांच में पुष्टि हुई कि डॉ. मंडेलिया ने सार्वजनिक कार्यक्रम में अनुचित और आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया, जिससे जातीय भावनाएं आहत हुईं और सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की आशंका बनी।


जांच रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर ने प्रतिवेदन तैयार कर संभागायुक्त को भेजा। संभागायुक्त ने तत्काल प्रभाव से निलंबन के आदेश जारी कर दिए। आदेश में कहा गया कि डॉ. मंडेलिया का कृत्य शासकीय सेवक के आचरण नियमों के खिलाफ है, जिससे सामाजिक तनाव उत्पन्न हो सकता है।


नए प्रभारी की नियुक्ति
डॉ. मंडेलिया के निलंबन के बाद दतिया के सीएमएचओ पद का अतिरिक्त कार्यभार जिला अस्पताल में पदस्थ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. बीके वर्मा को सौंपा गया है। प्रशासन ने आदेश जारी कर कहा कि स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था में कोई बाधा न आए, इसके लिए त्वरित रूप से वैकल्पिक प्रबंध किए गए हैं।


डॉ. मंडेलिया ने दी सफाई
विवाद बढ़ने पर डॉ. मंडेलिया ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि वीडियो को तोड़-मरोड़ कर वायरल किया गया है। उन्होंने सफाई दी कि उनके बयान का मकसद किसी समाज को अपमानित करना नहीं था। उन्होंने यह भी दावा किया कि कार्यक्रम में जाने से पहले उन्होंने इनकार कर दिया था, लेकिन बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए वे उपस्थित हुए थे। झाड़ू लगवाने की बात को उन्होंने नकारते हुए कहा कि उन्होंने केवल डांट-फटकार लगाई थी, न कि वास्तव में झाड़ू लगवाई थी।


ब्राह्मण समाज ने कार्रवाई की मांग जारी रखी
ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधियों ने एसडीओपी को भी ज्ञापन सौंपकर डॉ. मंडेलिया पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। समाज के लोगों का कहना है कि इस प्रकार की बयानबाजी से सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंच सकता है, इसलिए ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


अब पूरा मामला प्रशासनिक जांच के दायरे में है और डॉ. मंडेलिया के खिलाफ आगे की कार्रवाई की संभावनाएं भी जताई जा रही हैं।


👉  ताजा ख़बरों के लिए व्हाट्सअप ग्रुप से जुड़ें


(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com 

Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)
To Top